नारायणा मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल ने किया TAVI प्रक्रिया के द्वारा सफल Heart ऑपरेशन
HnExpress मयंक चक्रवर्ती, कोलकाता : जेसोर रोड स्थित नारायणा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल ने ट्रांसकैथेटर एओर्टिक वाल्व इम्प्लांटेशन (टीएवीआई) तकनीक के द्वारा सफल ऑपरेशन करके दिखाया है। अस्पताल के डॉक्टरों से मिली जानकारी के अनुसार यह एक न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रिया है जिसमें पुराने, क्षतिग्रस्त वाल्व को हटाए बिना एक नया वाल्व डाला जाता है। गंभीर एओर्टिक स्टेनोसिस से ग्रसित एक 78 वर्षीय रोगी की रुग्णता और उम्र को देखते हुए, रक्तहीन और दर्द रहित तरीके से केवल 48 घंटों में ऑपरेशन किया गया।
TAVI/TAVR प्रक्रियाएं अभी भी देश और राज्य में बहुत दुर्लभ हैं, लेकिन यह उन रोगियों के इलाज का सबसे नवीन तरीका है जो जोखिम भरे ओपन हार्ट सर्जरी के लिए तैयार नहीं है। डॉ. औरिओम कर (कंसल्टेंट इंटरवेंशनल कार्डियो लॉजिस्ट) ने कहा कि आज तक हमारे देश में टीएवीआई सर्जरी अपनी प्रारंभिक अवस्था में है। हम इस उपचार को बढ़ावा देने और भविष्य में ऐसे और अधिक रोगियों को लाभान्वित करने के लिए संचयी प्रयास और दृष्टि से लोगों को जागरूक करने के लिए तत्पर हैं। वहीं डॉ. सुनंदन सिकदर (कंसल्टेंट इंटरवेंशनल कार्डियो लॉजिस्ट) ने कहा, “सर्वश्रेष्ठ परिणाम प्राप्त करने के अपने लक्ष्य में हमने कई मील के पत्थर पार किए हैं।
जिनमें से वाल्व रिप्लेसमेंट, हार्ट फेल्योर के रोगियों में डिवाइस इम्प्लांट और जटिल एंजियोप्लास्टी मुख्य हैं। डॉक्टर अब TAVI प्रक्रिया का इस्तेमाल भी कर रहे हैं जो दुनिया भर में पहले से ही मान्यता प्राप्त है। साक्षात्कार में यह बतलाया गया कि आमतौर पर, वाल्व रिप्लेसमेंट के लिए ओपन-हार्ट प्रक्रिया की आवश्यकता होती है जिसमें छाती को शल्य चिकित्सा द्वारा खोला जाता है। किंतु टीएवीआई प्रक्रिया को ऊरु धमनी के माध्यम से किया जा सकता है जिसमें सभी छाती की हड्डी को छोड़कर शल्य चिकित्सा चीरा की आवश्यकता नहीं होती है। सुविधा निदेशक सुभासिस भट्टाचार्य ने अंत में जोड़ते हुए यह कहा कि अस्पताल सर्वोत्तम देखभाल और उपचार प्रदान करने के लिए उच्च तकनीकी प्रयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है।