आस्था भारी पड़ी कोरोना पर : धूमधाम से सम्पन्न हुआ छठ महापर्व
HnExpress सीताराम अग्रवाल, कोलकाता : लोक आस्था का 4 दिवसीय महापर्व छठ आज उगते सूरज को अर्घ्य देने के साथ ही सम्पन्न हो गया। कल डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया गया था। ज्ञातव्य है कि भारतीय सभ्यता व संस्कृति की शानदार परम्परा में यह एकमात्र धार्मिक पर्व है, जिसमें डूबते सूरज को भी पूजा जाता है, जबकि आम तौर पर लोग उगते सूरज को ही नमस्कार करते हैं , पूजते हैं। दोनों दिन गंगाघाटों पर श्रद्धालुओं की अपार भीड़ रही। इस दौरान जन दूरी (सोसल डिस्टेंसिग) का पालन लगभग असंभव था।
अधिकतर चेहरों से मास्क भी गायब थे। उल्लेखनीय है कि कोरोना का मुकाबला करने के लिए ये दोनों नियम मानना आवश्यक है, पर भक्ति भावना व आस्था की जबरदस्त लहर में शायद इन नियमों का ख्याल ही नहीँ रहा। कहीं छठ गीतों की गूंज थी तो कहीं बैंड बागों की। राज्य सरकार ने प्रदूषण की रक्षा के सिलसिले में कई स्थानों पर कृतिम जलाशय बनाये थें, जिसका पुण्यार्थियों ने लाभ उठाया।
कानून-व्यवस्था की रक्षा के लिए पुलिस का अच्छा बन्दोबस्त था। उल्लेखनीय, है कि बिहार के एक छोटे से इलाके से शुरू हुआ यह पर्व देश के कई हिस्सों में फैल चुका है। कोलकाता महानगर सहित पूरे बंगाल में इसका इतना विस्तार हुआ है कि राज्य सरकार ने दो दिन का अवकाश घोषित कर दिया है।