महा पर्व छठ पूजा सम्पन्न
HnExpress सीताराम अग्रवाल, कोलकाता : आस्था, श्रद्धा, समर्पण और अभिन्न सेवा भाव का महासंगम 4 दिवसीय सूर्य षष्ठी व्रत आज सम्पन्न हुआ। छठ पूजा के नाम से प्रसिद्ध इस महापर्व को मनाने वालों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। वास्तव में जब किसी पर्व को मनाने में आत्मिक शांति मिले, परिवार व समाज के कल्याण की भावना नजर आये, तो वह प्रान्त, जाति, धर्म वगैरह की सीमा लांघ कर स्वत:स्फूर्त विस्तारित हो जाता है। छठ पूजा के मामले में यही हो रहा है। कभी बिहार के एक छोटे से भाग में मनाया जानेवाला यह पर्व देश के विभिन्न भागों के साथ कोलकाता महानगर सहित प. बंगाल के कई जिलों में धूमधाम से मनाया जाता है। संख्या इतनी बढ़ गयी है कि राज्य सरकार को अवकाश घोषित करना पड़ा है।
कल डूबते सूरज को तथा आज उगते सूरज को अर्घ्य देकर पर्व का समापन हुआ। वास्तव में इस पर्व का यह भी एक वैशिष्ट्य है। यह इस धारणा को झुठलाता है कि डूबते सूरज को कोई सलाम नहीं करता। भारतीय सभ्यता व संस्कृति की इसी तरह की विशेषताएं हमारे विभिन्न पर्वों में झलकती है, जिससे विश्व में हमारी अलग पहचान बनती है। आज समापन के अवसर पर भी विभिन्न संगठनों द्वारा सेवा कार्य करते देखा गया। व्रत खोलने के बाद प्रसाद मांगने वाले भी चारों ओर नजर आये। ऐसा विश्वास है कि यदि कम से कम 5 स्थानों से भीख मांग कर प्रसाद लिया जाय तो छठ मैया भला करती हैं। आस्था अपनी-अपनी। कोई क्या कह सकता है। आज की चंद तस्वीरें।